एंडरसन पीटर्स कभी फास्ट बॉलर बनना चाहते थे और अब तोड़ दिया नीरज चोपड़ा का सपना

एंडरसन पीटर्स की कहानी काफी दिलचस्प है. एंडरसन पीटर्स क्रिकेटर और स्पिंटर बनना चाहते थे, लेकिन इंजरी के चलते उनका झुकाव पूरी तरह जैवलिन की ओर हो गया

नीरज चोपड़ा को विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा. एंडरसन पीटर्स ने भाला फेंक इवेंट का गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया.

World Athletics Championship 2022: में भारतीय जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा का गोल्ड जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया.

रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में एंडरसन पीटर्स ने 90.54 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया.

पीटर्स ने 10 साल की उम्र में जैवलिन फेंकना शुरू किया और स्कूली रिकॉर्ड बनाया.

एंडरसन फास्ट बॉलिंग भी करते थे और वह क्रिकेटर और स्प्रिंटर बनना चाहते थे, लेकिन चोटों के चलते अंत में उनका झुकाव पूरी तरह जैवलिन की ओर हो गया

पीटर्स ने 20 साल की उम्र में 100 मीटर के Sub-11 रेस में भाग लिया था. साथ ही2016 में कैरिफ्टा गेम्स में ग्रेनाडा के लिए 4x100 मीटर रिले टीम मैं भी थे

टोक्यो ओलंपिक में नीरज नेgold medal हासिल किया था, वहीं एंडरसन पीटर्स फाइनल के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर पाए थे.

एंडरसन पीटर्स का करियर अब पूरी तरह पलट चुका है. जो इंसान कभी ऐसा फास्ट बॉलर बनना चाहता था जिसकी गेंद को बल्लेबाज देख ना पाए वह अब लगातार दो बार विश्व चैम्पियन बन चुका है.